बरेली। निकाह के तीन तलाक और हलाला के नाम पर बार-बार रेप का मामला बरेली में फिर सामने आया है। ससुराल में अमानवीय यातनाओं का शिकार हुआ शाहजहांपुर के पूर्व प्रधान की बेटी ने कार्रवाई के लिए एसएसपी से गुहार लगाई है। पीड़िता का कहना है कि बेऔलाद होने की वजह से ससुरालियों ने उस पर बहुत अत्याचार किया। शौहर ने तीन तलाक दे दिया और हलाल के नाम पर देवर ने उसके साथ बार-बार बुरा काम किया। जुल्म के खिलाफ आवाज उठाने पर उसे पीटकर घर से निकाल दिया गया।
पीड़िता नसरीन (परिवर्तित नाम) ने एससएसपी को भेजे पत्र में अपनी आपबीती बयां की है। बताया : उसका निकाह 30 जून 2017 को बरेली में थाना सुभाषनगर क्षेत्र के गांव टांडा निवासी युवक के साथ हुआ था। शादी के बाद वह गर्भधारण नहीं कर सकी। संतान नहीं दे पाने की वजह से ससुराली उस पर अत्याचार करने लगे। शौहर उसे बार-बार तीन तलाक देकर दूसरा निकाह करने की धमकी देता था और उसे बेऔलाद होने का बार बार ताना दिया जाता था।
पीड़िता का कहना है कि वह ससुरालियों से कहती थी कि औलाद होना न होना अल्लाह की मर्जी है, इसमें वह कुछ नहीं कर सकती है। इसके बाद भी उसके साथ मारपीट की जाती थी। कई-कई दिन उसे ससुराल में खाना भी नहीं दिया जाता था। 4 मार्च 2025 को शौहर ने उसे तीन बार तलाक देकर कह दिया कि अब कोई रिश्ता नहीं रहा। वह रोई-गिड़गिड़ाई, खुदा का वास्ता दिया, तब कहीं ससुर उसका दोबारा निकाह कराने को राजी हुए। इसके लिए उसके सामने देवर से हलाला कराने की शर्त रखी गई।
पीड़िता के विरोध के बाद भी देवर ने हलाला के नाम पर उसके साथ बार-बार बुरा काम किया। उसका लगातार शारीरिक शोषण किया जाता रहा। वह हर जुल्म सहती रही, क्योंकि उसे किसी भी तरह रहना वहीं था। इसके बाद भी शौहर ने 16 जून 2025 को पहने हुए कपड़ों में घर से निकाल दिया। उसके बाद वह वह शाहजहांपुर के थाना मदनापुर क्षेत्र में स्थित अपने मायके में रह रही है। उसने आरोपी शौहर, ससुर, देवर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कठोर कानूनी कार्रवाई की गुहार लगाई है। पता चला है कि पीड़िता का देवर बरेली में रामगंगा नाव चलाने का काम करता है और इलाके में अपने रंगीले मिजाज को लेकर बदनाम बताया जाता है।