बरेली। रविवार रात से बरेली और आसपास के जिलों में जारी मूसलधार बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। बीते 24 घंटों से रुक-रुक कर हो रही तेज बारिश ने शहर के निचले इलाकों को जलमग्न कर दिया है, जिससे स्थानीय लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सड़कों पर पानी भर जाने से यातायात व्यवस्था चरमरा गई है। कई जगहों पर वाहन घंटों तक जाम में फंसे रहे। रेलवे ट्रैक पर भी पानी भर जाने से ट्रेनों की गति पर असर पड़ा है और कई ट्रेनें निर्धारित समय से काफी देर से चल रही हैं।
बिजली आपूर्ति पर भी असर
तेज बारिश और तेज हवाओं की वजह से शहर के साथ-साथ देहात के कई इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है। बिजली विभाग के मुताबिक कई फीडरों में फॉल्ट आने के कारण आपूर्ति रोकी गई है, जिसे युद्धस्तर पर ठीक करने का प्रयास किया जा रहा है।
नदियों का जलस्तर बढ़ा, प्रशासन अलर्ट
गंगा, रामगंगा और शारदा नदियों के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। मौसम विभाग ने आगामी तीन दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिससे बाढ़ का खतरा और बढ़ गया है। प्रशासन ने बरेली, पीलीभीत, बदायूं और शाहजहांपुर जिलों में बाढ़ का अलर्ट जारी कर दिया है।
बाढ़ चौकियों से निगरानी तेज, टीमें तैयार
पीलीभीत में शारदा नदी, बदायूं में गंगा, शाहजहांपुर में गर्रा और बरेली में रामगंगा के जलस्तर में तेजी से बढ़ोत्तरी होती देखी जा रही है। बाढ़ के संभावित खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर दिया है। नदियों के किनारे तैनात कर्मचारियों को 24 घंटे सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्यों के लिए तैयार रखी गई हैं।
मौसम विभाग की चेतावनी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, आगामी 72 घंटों तक बरेली मंडल में भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है। इस दौरान लोगों को बिना आवश्यक कार्य के घर से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है।
निगरानी में जुटा प्रशासन
बरेली के जिलाधिकारी ने हालात पर नजर रखने के लिए अधिकारियों को लगातार फील्ड में रहने के निर्देश दिए हैं। राहत सामग्री के इंतजाम, नावों की व्यवस्था और सुरक्षित स्थानों की पहचान का काम पहले से ही किया जा चुका है।