कानपुर। भगवान जगन्नाथ की ऐतिहासिक रथ यात्रा के दूसरे दिन शहर में अप्रत्याशित तनाव देखने को मिला। ओमर वैश्य मंडल और दोसर वैश्य नवयुवक मंडल के बीच किसी बात को लेकर शुरू हुई कहासुनी देखते ही देखते हिंसक झड़प में बदल गई। रथ यात्रा के दौरान बजने वाले साज-बाजे (ढोल, मंजीरे आदि) ही इस विवाद में हथियार बन गए और दोनों पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई।
घटना उस वक्त हुई जब यात्रा के दौरान दोनों मंडल आमने-सामने आए। ओमर वैश्य मंडल की महिलाओं ने आरोप लगाया कि उनके सामने से गुजरते वक्त दोसर वैश्य मंडल के कुछ युवकों ने अभद्रता की। इसके बाद विवाद ने उग्र रूप ले लिया और दोनों ओर से एक-दूसरे पर साज-बाजे फेंके गए। झड़प में आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए, जिनमें कुछ महिलाएं भी शामिल हैं।
इस पूरे घटनाक्रम के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं, जिनमें रथ यात्रा के दौरान दोनों पक्षों के लोग हाथापाई करते दिख रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि पहले दिन भी आयोजन को लेकर विवाद सामने आया था, जब साउंड सिस्टम को लेकर पुलिस और मंदिर प्रशासन के बीच तनातनी हुई थी। उस दौरान एक थाना प्रभारी को निलंबित भी कर दिया गया था। अब दूसरे दिन की इस झड़प ने आयोजन की व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं।
इस मामले में एसीपी अभिषेक पांडे ने कहा, “फिलहाल हमारी प्राथमिकता यात्रा की शांति व्यवस्था बनाए रखना है। दोनों पक्षों में विवाद की जानकारी मिली है। जैसे ही शिकायत दर्ज होगी, मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।”
सदियों पुरानी रथ यात्रा का यह आयोजन आमतौर पर श्रद्धा और उल्लास का प्रतीक रहा है, लेकिन इस बार की घटनाओं ने इसकी गरिमा को आंशिक रूप से प्रभावित किया है।